श्री गणेश

 श्री गणेश


     @मानव


"प्रथम पूजनीय",

"बुद्धि के देवता",

"गजानन",

विशाल मस्तक 

ज्ञान का प्रतीक है।


सफलतार्जन हेतु

आवश्यक

सार्वभौमिक 

ईश्वरीय कृपा के

प्रदाता हैं विघ्नेश्वर ।


दैवीय कृपा 

और सफलता की 

सिद्धि को

साक्षात्कार कराने वाले हैं 

स्वामी श्री विनायक।


शांति व समृद्धि हेतु 

अपरिहार्य 

जिनका जन्मोत्सव 

बुद्धि की संपदा के

उल्लास का अवसर है।


गणपति स्थापना

व विसर्जन

जन्म-मृत्यु-चक्र की 

निराकार वास्तविकता

याद दिलाता है, 

'रूप भले नष्ट हो

पर निराकार प्रबल'

बताता है।


~मनोज श्रीवास्तव

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