सृष्टि की साधना का पर्व
छठ पर्व पर विशेष
सृष्टि की साधना का पर्व
@मानव
जगत की प्राण-शक्ति है
"सूर्य"
इस शक्ति के
अस्तित्व को समर्पित
भगवान भाष्कर की
उपासना व उपवास का
महा अनुष्ठान है छठ पर्व।
वस्तुत: यह सृष्टि की
साधना का पर्व है।
प्रकृति के समन्वय से
आहत व आक्रांत मन को
शीतल करने की
अद्भुत शक्ति है
इस उत्सव में।
यह हमें शारीरिक,
मानसिक,
आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदाता है।
यह पर्व
मनुष्य और प्रकृति के बीच
आस्था व प्रेम का
अनूठा संगम भी है।
इस महापर्व में
जीवनार्थ आवश्यक
ऊर्जा संयोजित करने का
संदेश छिपा है।
यह पर्व एक तप है
जो मनुष्य के
अंतस के अंधकार - काम,
क्रोध,
मद,
लोभ,
ईर्ष्या
हिंसा का अवसान करता है;
जीवन में सुख,
समृद्धि,
सौभाग्य का
विहान लाता है।
शरद ऋतु के आगमन से
सात्विकता से भरी
भोर और साँझ
घर आँगन से उठते
लोक पर्व के गीतों की
धुन से विभोर
सबका मन
इस पर्व में
लोकशक्ति का संचारक है।
यह प्रकृति से तारतम्यता का
अप्रतिम संदेश है,
छठ व्रत पर्व के
तप की शक्ति
हर मानस को
जोड़ देती है
यह आस्था
कभी खत्म ना होने वाली है
~मनोज श्रीवास्तव
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