दिव्य उत्तरायण
दिव्य उत्तरायण
@मानव
भारत में पर्व, अनुष्ठान
प्राचीन उज्ज्वल संस्कृति के
आधार स्तंभ हैं,
ऊर्जा एवं दिव्यता के
संचारक हैं।
उत्तरायण मार्ग सकारात्मकता
एवं आध्यात्मिक ज्ञानरूपी
प्रकाश का प्रतीक है।
नव स्फूर्ति, प्रकाश
और ज्ञान भी इसी से जुड़ा है।
यही दिव्य शक्तियों
एवं सात्विक प्रवृत्तियों को
जगाने की उत्तम वेला है।
प्रकृति में भी परिवर्तन
होने लगता है,
राते छोटी व
दिन बड़े होने लगते हैं।
अंधकार से प्रकाश की वृद्धि
उत्तरायण प्रेरित करता है।
प्रकाश ज्ञान का प्रतीक है
भौतिक प्रकाश
एवं आध्यात्मिक प्रकाश से ही
प्राणियों में नव ऊर्जा
संचरित होती है।
प्राणियों की चेतना
एवं कार्यशक्ति में
वृद्धि होती है।
~मनोज श्रीवास्तव
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