श्री गणेश
श्री गणेश @मानव "प्रथम पूजनीय", "बुद्धि के देवता", "गजानन", विशाल मस्तक ज्ञान का प्रतीक है। सफलतार्जन हेतु आवश्यक सार्वभौमिक ईश्वरीय कृपा के प्रदाता हैं विघ्नेश्वर । दैवीय कृपा और सफलता की सिद्धि को साक्षात्कार कराने वाले हैं स्वामी श्री विनायक। शांति व समृद्धि हेतु अपरिहार्य जिनका जन्मोत्सव बुद्धि की संपदा के उल्लास का अवसर है। गणपति स्थापना व विसर्जन जन्म-मृत्यु-चक्र की निराकार वास्तविकता याद दिलाता है, 'रूप भले नष्ट हो पर निराकार प्रबल' बताता है। ~ मनोज श्रीवास्तव